गौतम अडानी (Gautam Adani) बने दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स, बढ़ाया देश का मान


गौतम शांतिलाल अडानी। सौ. @gautam_adani (Twitter)

World Second Richest Person: अडानी ग्रुप के चेयरमैन (Chairman of Adani Group) और मशहूर भारतीय व्यवसायी गौतम शांतिलाल अडानी उर्फ गौतम अडानी आज दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। दुनिया के टॉप-10 रईसों की लिस्ट में टेस्ला और स्पेस एक्स (Tesla and Space X) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) के बाद अब गौतम अडानी का नाम शुमार हो चुका है। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार, गौतम अडानी ने यह स्थान बर्नार्ड अर्नॉल्ट को पछाड़कर हासिल किया है। वहीं, ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में अभी वो विश्व के अमीरों की सूची में तीसरे स्थान पर ही हैं।

155.7 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं गौतम अडानी

फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर में अडानी की कुल संपत्ति में करीब 5.5 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। इसके बाद वे 155.7 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बन गए हैं। अडानी के बाद अमीरों की इस सूची में तीसरे नंबर पर बर्नार्ड अर्नाल्ट 155.2 अरब डॉलर के नेटवर्थ के साथ बने हुए हैं। वहीं, रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी की बात करें तो वो इस लिस्ट में 92.6 अरब डॉलर के साथ आठवें नंबर पर रहकर टॉप 10 में रहने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। वहीं नंबर एक पर 273.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ एलन मस्क (elon musk) अभी भी अपने जगह पर कायम हैं।

क्या है अडानी के आय का स्रोत?

अडानी की संपति का बड़ा हिस्सा उन्हें अडानी समूह के पास सार्वजनिक हिस्सेदारी से प्राप्त होता है। मार्च 2022 स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी पावर और अडानी ट्रांसमिशन में अडानी के पास 75% हिस्सेदारी है। वहीं, अडानी टोटल गैस का लगभग 37%, अडानी पोर्ट्स और विशेष आर्थिक क्षेत्र का 65% और अडानी ग्रीन एनर्जी का 61% हिस्से के मालिक हैं। ये सभी कंपनियां अहमदाबाद में स्थित हैं।

कैसा रहा अडानी का सफर

ब्लूमबर्ग के अनुसार, अडानी भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह संचालक, थर्मल कोयला उत्पादक और कोयला व्यापारी हैं। गौतम अडानी का जन्म गुजरात में हुआ था। उनका पूरा नाम गौतम शांतिलाल अडानी है। कॉलेज के बाद काफी कम आयु में ही वह मुंबई चले गए और अपने गृह राज्य लौटने से पहले उन्होंने हीरा कारोबार का अनुभव लिया।

उन्होंने वैश्विक व्यापार में शुरुआत अपने भाई के प्लास्टिक व्यवसाय के लिए पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC) के आयात के साथ की थी। 1988 में उन्होंने वस्तुओं के आयात और निर्यात के लिए अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की।

अडानी इंटरप्राइजेज ने 1994 में गुजरात सरकार से मुंद्रा पोर्ट पर स्वयं के कार्गो को संभालने के लिए एक बंदरगाह सुविधा स्थापित करने की मंजूरी ली। इसके बाद अडानी ने इसे एक कामर्शियल बंदरगाह में बदलने का फैसला किया। उन्होंने भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह बनाने के लिए पूरे भारत में 500 से अधिक लैंडलार्ड के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत करके रेल व सड़क संपर्क बनाया। इसके साथ ही अडानी ने 2009 में बिजली उत्पादन में भी प्रवेश कर लिया।

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